Local & National News in Hindi
Logo
ब्रेकिंग
स्वास्थ्य मंत्री मस्त, जनता त्रस्त” – अस्पतालों की बदहाली पर जन संघर्ष मोर्चा का फूटा गुस्सा “उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी का नया अवतार, AI कार्टून से बढ़ रही लोकप्रियता” पुल में कमीशन खा गए दलाल, कनेक्टिविटी न होने का है जनता को मलाल – जनसंघर्ष मोर्चा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देहरादून को फिर से मिलेगी हरियाली और सांस्कृतिक पहचान त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2025 के तहत जनपद रुद्रप्रयाग में शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान सम... विद्युत फॉल्ट ठीक करने के दौरान हो रही श्रमिकों की मौतों का जिम्मेदार कौन? जनसंघर्ष मोर्चा सावन के पवित्र सोमवार को विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम में भी भक्तों द्वारा महादेव की विशेष पूजा अर्चन... हरिद्वार से डाक कांवड़ियों की रवानगी शुरू हो चुकी है… और अब कांवड़ मेले का अंतिम दौर अपने चरम पर है केंद्रीय गृह मंत्री ने बंपर निवेश पर पीठ थपथपाई, साथ ही ब्रांडिंग भी की कलयुग में दो श्रवण कुमार!

शिक्षकों के आगे झुकी योगी सरकार, डिजिटल अटेंडेंस को किया गया स्थगित

41

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम को दो महीने के लिए स्थगित कर दिया है. इस संबंध में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने आदेश जारी कर दिया है. सरकार ने फैसला लिया है कि एक विशेषज्ञ समिति बनाई जाएगी जो अगले दो महीनों में शिक्षकों के मुद्दों पर विचार-विमर्श करेगी.

यूपी के मुख्य सचिव के साथ मंगलवार को शिक्षक संगठनों की बैठक हुई. इसमें प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा शानमुगम, डीजी स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा भी मौजूद रहीं. इस दौरान शिक्षक संघों में महिला शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुलोचना मौर्या के अलावा प्राथमिक शिक्षक संघ के दिनेश शर्मा, जूनियर शिक्षक संघ समेत कई अन्य शिक्षक नेता मौजूद रहे.

बैठक में मुख्य सचिव ने फिलहाल डिजिटल अटेंडेंस को स्थागित करते हुए विभागीय अफसरों और शिक्षक संघ के पदाधिकारियों को शामिल कर कमेटी गठन कर इस पर निर्णय लेने के निर्देश दिए हैं.

उत्तर प्रदेश के सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के हजारों शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा परिषद के डिजिटल अटेंडेंस सिस्टम को लागू करने के फैसले के खिलाफ विरोध जताया था. इस विरोध के जवाब में बेसिक शिक्षा विभाग का कहना था कि शिक्षकों आश्वासन दिया कि शिक्षक 30 मिनट तक देरी से अपनी उपस्थिति दर्ज करा सकते हैं और उन्हें केवल देरी का कारण बताना होगा. हालांकि, इससे शिक्षकों की चिंता पूरी तरह से दूर नहीं हुई थीं और उन्होंने अपना विरोध जारी रखा.

उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ (यूपीपीएसएस) के एक सदस्य का कहना था कि कई संगठनों ने कहा कि डिजिटल उपस्थिति का सरकारी आदेश ‘अव्यावहारिक’ है क्योंकि शिक्षक उपस्थिति दर्ज कराने के लिए हर दिन समय पर स्कूल नहीं पहुंच सकते. स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने एक आदेश जारी कर शिक्षकों और कर्मचारियों को 8 जुलाई से डिजिटाइज रजिस्टर ऐप पर स्थान के साथ अपनी वास्तविक समय की उपस्थिति दर्ज करने का निर्देश दिया था.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.