Local & National News in Hindi
Logo
ब्रेकिंग
स्वास्थ्य मंत्री मस्त, जनता त्रस्त” – अस्पतालों की बदहाली पर जन संघर्ष मोर्चा का फूटा गुस्सा “उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी का नया अवतार, AI कार्टून से बढ़ रही लोकप्रियता” पुल में कमीशन खा गए दलाल, कनेक्टिविटी न होने का है जनता को मलाल – जनसंघर्ष मोर्चा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में देहरादून को फिर से मिलेगी हरियाली और सांस्कृतिक पहचान त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2025 के तहत जनपद रुद्रप्रयाग में शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान सम... विद्युत फॉल्ट ठीक करने के दौरान हो रही श्रमिकों की मौतों का जिम्मेदार कौन? जनसंघर्ष मोर्चा सावन के पवित्र सोमवार को विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम में भी भक्तों द्वारा महादेव की विशेष पूजा अर्चन... हरिद्वार से डाक कांवड़ियों की रवानगी शुरू हो चुकी है… और अब कांवड़ मेले का अंतिम दौर अपने चरम पर है केंद्रीय गृह मंत्री ने बंपर निवेश पर पीठ थपथपाई, साथ ही ब्रांडिंग भी की कलयुग में दो श्रवण कुमार!

मणिपुर: भारतीय सेना ने IED हमले को किया नाकाम, टल गया बड़ा हादसा

35

भारतीय सेना को बड़ी कामयाबी मिली है. सेना के जाबांज सैनिकों ने इंफाल पूर्वी जिले में तीन इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) को सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया है. सैनिकों के इस काम से एक बड़ी घटना को होने से टाल दिया है. आईईडी मफौ बांध के पास नोंगडैम तांगखुल और एथम तांगखुल गांवों को जोड़ने वाली सड़क पर पाए गए थे. जिसे सैनिकों की सूझबूझ से निष्क्रिय कर दिया.

जानकारी के मुताबिक एक नियमित निगरानी अभियान के दौरान सेना के जवानों ने सड़क के किनारे एक साथ रखे तीन आईईडी को देखा था. जिसके बाद जवानों ने सतर्कता बरतते हुए तेजी से कार्रवाई की. इस दौरान इलाके की घेराबंदी कर दी गई साथ ही बम निरोधक दस्ते को इसके बारे में जानकारी दी गई.

बम निरोधक दस्ते ने आईईडी को किया नष्ट

सूचना मिलते ही बिना देर किए बम निरोधक दस्ता मौके पर पहुंचा और आईईडी को सुरक्षित रूप से नष्ट कर दिया. जिससे संभावित जान-माल की हानि और स्थानीय लोगों को चोट लगने से बचाया जा सका. बताया जा रहा है कि अगर आईईडी ब्लास्ट हो जाता तो इलाके में जान माल का काफी नुकसान होता. लेकिन जवानों की सतर्कता के चलते होने वाली अनहोनी को टाल दिया गया. इस दौरान आईईडी के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर भी मिले, जिनका वजन 2 किलो और 5 किलो था.

हिंसा की चपेट में मणिपुर

पिछले कुछ महीनों से मणिपुर में लगातार हिंसा की वारदातें सामने आ रही है. हालात काफी बद्दतर होते जा रहे हैं. इस दौरान स्थानीय लोगों के साथ ही कई पुलिसकर्मी के साथ ही सुरक्षा बल के जवानों की भी मौत हो चुकी है. आए दिन राज्य के कई शहरों में आगजनी और गोलीबारी की खबरें सामने आ रही हैं. वहीं सुरक्षा बल मणिपुर राज्य में नागरिकों की सुरक्षा के लिए दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं. वो हालात को सामान्य करने की पूरी कोशिश में हैं. सेना के जवान और पुलिसकर्मी लगातार चप्पे चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं. ताकि किसी भी तरह की घटना को होने से रोका जा सके.

Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.